प्रदेश में हो रहे उपचुनाव में कांग्रेस के मैदान छोड़ने की कई सियासी वजहें हैं। कांग्रेस सिर्फ सपा की कृपा पात्र बनने के बजाय सियासी भागीदारी चाहती है। सीट बंटवारे पर सम्मानजनक और गठबंधन धर्म के तहत बात न होना भी कांग्रेस को अखरने लगा। ऐन मौके पर सपा की ओर से फूलपुर सीट छोड़ने की बात को कांग्रेस ने खुद के लिए मुफीद नहीं माना। क्योंकि फूलपुर में सपा उम्मीदवार मुज्तबा सिद्दकी का टिकट काटकर सुरेश यादव को मैदान में उतारने का कांग्रेस को दीर्धकालीन खामियाजा भुगतना पड़ता। ऐसे में कांग्रेस ने बीच का रास्ता अपनाया। लोकसभा चुनाव के दौरान गठबंधन में कई दिनों तक मशक्कत करने वाली कांग्रेस इस बार सतर्क थी। पार्टी की ओर से उपचुनाव का बिगुल बजने से पहले ही पांच सीटों (मझवां, फूलपुर